बीबीए एलएलबी (ऑनर्स) –इसका फुल फॉर्म (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन एंड बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ) (ऑनर्स)
यह एक प्रोफेशनल और इंटीग्रेटेड कोर्स है । इस कोर्स को पूरा करने में कम से कम पांच वर्ष और अधिकतम पूरा करने का समय वह आठ वर्ष है।
इस कोर्स में आपकों निम्नलिखित विषयों पर अध्ययन करना पड़ेगा इसके साथ में आपको शोध कार्य भी करना पड़ेगा।
कानून विषय (Law Subjects):-
अंग्रेजी :-
पर्यावरण :-
अकाउंट्स वित्त :-
बिजनेस स्टैटिस्टिक्स:-
बिजनेस कम्युनिकेशन:-
क्वांटिटेटिव एनालिसिस :-
ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट :-
मैथमेटिक्स :-
प्रबंधन :-
व्यवसाय :-
व्यवहार और सिद्धांत :-
विपणन प्रबंधन:-
इस कोर्स को पूरा करने के आपको निम्नलिखित चरण को पूरा करना होगा।
शिक्षण :-
केस स्टडी :-
पेपर :-
बीबीए एलएलबी (ऑनर्स) कोर्स में आपकों कम से कम 36 विषय के पेपर होंगे, आपको देने होंगे। जिसमें अनिवार्य विषय के पेपर की संख्या18 हैं,बार काउंसिल ऑफ इंडिया विषय के पेपर की संख्या22 हैं, इसके साथ ही 6 विषय के वैकल्पिक पेपर , 4विषय के क्लिनिकल पेपर, और 8 विषय के पेपर आप किसी भी ग्रुप में स्पेशलाइज्ड/ऑनर्स कोर्स को कर सकते हैं, 28 विषय के पेपर आपकों कम से कम कानून के देने होते हैं।
पात्रता और मानदंड :-
किसी भी मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से कक्षा 12 वीं (10 + 2 प्रारूप में) न्यूनतम 45% सेउत्तीर्ण हों । सामान्य श्रेणी के लिए उमीदवार को न्यूनतम 45% से 50% अंक से 12 वींउत्तीर्ण और अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति श्रेणी के लिए उमीदवार को न्यूनतम अंक 40% से 45% अंक से उत्तीर्ण हों ।
आयु सीमा :-
यह आवश्यक नहीं,
एंट्रेंस एक्जाम :-
CLAT,
LSAT India,
ULSAT
MHCET Law
TSLAWCET
ILSAT
APLAWCET
HP-NLET
एंट्रेंस एक्जाम विषय :-
प्रवेश परीक्षा में निम्नलिखित विषय होतें हैं एवं प्रवेश परीक्षा में दो से तीन घंटे का समय होता है।
- सामान्य ज्ञान,
- अंग्रेजी,
- गणित (न्यूमेरिकल एबिलिटी),
- रीजनिंग(लॉजिकल)
- लीगल एप्टीट्यूड।
कौशल :-
- यह कोर्स करने के लिए आपके पास निम्न प्रकार का कौशल होना चाहिए।
- आपके पास बीबीए एलएलबी (ऑनर्स) अध्ययन करने के लिए अधिक समय और पढ़ने की अच्छी गति होनी चाहिए।
- शोध कार्य में आपके पास अच्छा ज्ञान और तरीका हो।
- आप के अन्दर परिश्रमी और मेहनती गुण हो।
- आपकों भाषा की अच्छी समझ के साथ भाषा प्रवाह स्पष्ट और अच्छा हो।
- आप तत्काल निर्णय लेने में अच्छे हो।
- लोगों को और परिस्थिति को समझने में आपकी समझ अच्छी हो।
- आपके पास लंबे समय तक काम करने की क्षमता हों।
- आपकी बुद्धि वहुत तीक्षण हो, और आप तर्क करने में माहिर हों।
- आपके पास किसी विषय या मुद्दा को प्रस्तुत करने का या प्रस्तुति(Pragention)कौशल अच्छा हों।
- आपके पास किसी भी परिस्थितियों को समझाने की अच्छी शक्ति हों।
- आपके पास तथ्यों को आत्मसात और विश्लेषण करने की अच्छीक्षमता।
- आपके पास आत्मविश्वास की कभी कमी न हो।
- खोज(रिसर्च) अनुसंधान में आप रुचि रखते हों।
विषय एवं पाठ्यक्रम :-
विषय और पाठ्यक्रम आपके कॉलेज या शिक्षण संसथान में भिन्न हो सकते हैं।
- सामान्य अंग्रेजी
- अंग्रेजी साहित्य,
- कानूनी लेखन,
- कानूनी उद्धरण,
- कानूनी शर्तें,
- प्रबंधन व्यापार संचार के सिद्धांत,
- भारत में व्यापार सांख्यिकी सामाजिक-कानूनी संस्थान,
- हिंदी, फ्रेंच (सेकेंड लैंग्वेज) आदि,
- सामान्य अनुबंध का कानून,
- भारतीय आर्थिक पर्यावरण,
- व्यावसायिक अर्थशास्त्र,
- संचारी अंग्रेजी और कानूनी अनुवाद,
- विपणन प्रबंधन सामरिक प्रबंधन,
- वित्तीय लेखा न्यायशास्र,
- भारत का संवैधानिक कानून मानव संसाधन प्रबंधन,
- कानूनी अर्थशास्त्र बैंकिंग और बीमा प्रबंधन,
- वित्तीय प्रबंधन परिवार कानून,
- अपराध का संगठनात्मक व्यवहार कानून,
- सिविल प्रक्रिया और सीमा की आपराधिक प्रक्रिया संहिता,
- सिविल प्रक्रिया और सीमा प्रशासनिक कानून की संहिता,
- ड्राफ्टिंग, प्लीडिंग और कन्वेयंसिंग कंपनी लॉ,
- साक्ष्य श्रम और औद्योगिक कानून का कानून,
- संपत्ति कानून सार्वजनिक अंतर्राष्ट्रीय कानून,
- वैकल्पिक विवाद समाधान काराधान कानून का सिद्धांत,
- पर्यावरण कानून,
- व्यावसायिक नैतिकता और व्यावसायिक लेखा प्रणाली,
इसमे से कोई एक विषय वैकल्पिक के रूप में लेना होगा : –
- आईपीएल:
- ट्रेडमार्क,
- कॉपीराइट,
- पेटेंट और डिजाइन;
संवैधानिक कानून में :- - भारतीय संघवाद;
- अपराध विज्ञान:
- आपराधिक मनोविज्ञान;
- बिजनेस लॉ:
- इक्विटी और ट्रस्ट ऑनर्स I
कोई भी एक विषय आप ले सकतें हैं :-
- इंडियन पेनल कोर्ट (आईपीएल)
- सूचना प्रौद्योगिकी;
- सायबर कानून;
- संवैधानिक कानून:
- तुलनात्मक संविधान;
- अपराध विज्ञान:
- महिला और आपराधिक कानून;
- व्यापार कानून:
- दिवालियापन और दिवाला।
इस लिस्ट से भी कोई एक विषय आप ले सकते हैं :-
- आईपीएल:
- आईपीआर प्रबंधन;
- संवैधानिक कानून:
- पंचायत प्रशासन सहित स्थानीय स्वशासन;
- अपराध विज्ञान:
- जेल प्रशासन;
- व्यापार कानून:
- बीमा कानून ।
- अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग और वित्त।
नौकरियां और भर्ती :-
वकील :- आप दीवानी और आपराधिक प्रकरण में ग्राहकों को सलाह प्रदान करने के साथ उनका केस(मुकदमा) में प्रतिनिधित्व करने के साथ प्रकरण (मामले) को अदालत में पेश (प्रस्तुत) करने के साथ सभी प्रकार की कार्यवाही और सुनवाई में भाग लेना हैं।
सॉलिसिटर :- यह आमतौर पर कानून के एक विशिष्ट क्षेत्र से उदहारण के लिए, जैसे कर(tex), मुकदमेबाजी, परिवार या संपत्ति के मामलें में दक्ष (axpert) होता है। सॉलिसिटर व्यक्तिगत या निजी के साथ-साथ वाणिज्यिक ग्राहकों को भी कानूनी सलाह देता हैं।
अधिवक्ता :- यह अपने क़ानूनी दावे के समर्थन में तथ्यात्मक डेटा के साथ-साथ भौतिक साक्ष्य इकट्ठा करने के लिए आपकों बहुत सारे शोध कार्य करने की आवश्यकता होती है। साथ ही, अन्य जिम्मेदारियों से अनुबंधों की जांच करें और मसौदा तैयार करना शामिल जिसे अधिवक्ताओं द्वारा नोटरी करना आदि से है।
कानूनी सलाहकार :- इस काम को करने का अपना विकल्प चुनने वाले उम्मीदवार भी वकील होते हैं। जो कानून के एक विशिष्ट क्षेत्र में विशेषज्ञ भी होते हैं। यह कानूनी सलाहकार आमतौर पर राज्य और केंद्र सरकारों के साथ-साथ कई बड़े संगठनों, संस्थाओं और कंपनियों द्वारा नियुक्त भी किए जाते हैं। एक कानूनी सलाहकार का मुख्य कार्य अपने ग्राहकों को किसी भी कानूनी गतिविधियों या क़ानूनी केस में फसने से बचाना है।
क़ानूनी शिक्षक या व्याख्याता :- आप एलएलबी की डिग्री पूरी करने के बाद कॉलेज या विश्वविद्यालय स्तर पर भी कानून पढ़ा सकते हैं।
बीबीए एलएलबी (ऑनर्स) कोर्स को पूरा करने के बाद उम्मीदवारों के लिए कई नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं। जिनमे से कुछ लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल उम्मीदवार बीबीए एलएलबी (ऑनर्स) की डिग्री हासिल करने के बाद आप वहुत कुछ कर सकते हैं।
Common Law Admission Test
Purpose-Admission in B.A. LL.B (Hons), B.Com. (Hons), BBA LL.B (Hons)
Eligibility- Class 12, 12+
Application mode -Online, By Post
Source: http://clat.ac.in
Law School Admission Test LSAT India
Purpose-Admission in B.A. LL.B (Hons), B.Com. (Hons), BBA LL.B (Hons)
Eligibility- Class 12, Graduates
Application mode -Online
Source: www.pearsonvueindia.com/lsatindia